🧘♂️ OCD और IBS-C के लिए 7 दिन का प्राणायाम रूटीन
यह प्राणायाम रूटीन मानसिक शांति, तनाव मुक्ति और पाचन तंत्र को सुधारने में सहायक है। इसमें चार महत्वपूर्ण प्राणायाम शामिल हैं: नाड़ी शोधन, अनुलोम-विलोम, भ्रामरी, भस्त्रिका।
दिन | प्राणायाम | समय (मिनट) | विशेष निर्देश |
---|---|---|---|
1 | नाड़ी शोधन, अनुलोम-विलोम, भ्रामरी, भस्त्रिका | 5, 7, 5, 2 | धीमी गति से, गहरी सांस, सुबह करें |
2 | नाड़ी शोधन, अनुलोम-विलोम, भ्रामरी, भस्त्रिका | 7, 10, 5, 3 | सांसों पर ध्यान दें, थकान हो तो विराम |
3 | नाड़ी शोधन, अनुलोम-विलोम, भ्रामरी, भस्त्रिका | 7, 10, 7, 4 | तेज गति से न करें, IBS वालों के लिए धीमी गति |
4 | नाड़ी शोधन, अनुलोम-विलोम, भ्रामरी, भस्त्रिका | 10, 10, 7, 5 | शांत वातावरण में करें |
5 | नाड़ी शोधन, अनुलोम-विलोम, भ्रामरी, भस्त्रिका | 10, 12, 7, 3 | भ्रामरी रात को भी करें |
6 | नाड़ी शोधन, अनुलोम-विलोम, भ्रामरी, भस्त्रिका | 10, 10, 10, 2 | तनाव घटाने के लिए श्रेष्ठ |
7 | नाड़ी शोधन, अनुलोम-विलोम, भ्रामरी, भस्त्रिका | 10, 12, 10, 3 | रात को भ्रामरी करना लाभकारी |
👉 सुझाव:
• प्राणायाम हमेशा खाली पेट करें।
• IBS में भस्त्रिका मध्यम या धीमी गति से करें।
• OCD में नाड़ी शोधन और भ्रामरी विशेष रूप से लाभकारी हैं।
• नियमितता ही सफलता की कुंजी है।
• प्राणायाम हमेशा खाली पेट करें।
• IBS में भस्त्रिका मध्यम या धीमी गति से करें।
• OCD में नाड़ी शोधन और भ्रामरी विशेष रूप से लाभकारी हैं।
• नियमितता ही सफलता की कुंजी है।
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